20 Jul 2007

सभी संवेदनशील साथियों को धन्‍यवाद

युवा राजनीतिक कार्यकर्ता योगेश स्‍वामी के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद इस ब्‍लॉग में एक अपील दी गई थी, जिस पर देश-विदेश से कई संवेदनशील साथियों ने सहयोग और शुभकामनाएं भेजीं। हम योगेश और स्‍मृति संकल्‍प यात्रा से जुड़े़ सभी साथियों की तरफ से उन सभी को धन्‍यवाद देते हैं। योगश को जल्‍द ही अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज कर दिया जाएगा, लेकिन अभी उनका इलाज काफी लंबा चलेगा और पेट में सुरक्षित रखी गई सिर की हड्डी को वापिस जोड़ने के लिए एक और ऑपरेशन किया जाएगा। इसके लिए आप सभी के सहयोग की दरकार है। पत्र-पत्रिकाओं और ब्‍लॉग के माध्‍यम से हम एक बार फिर सभी संवेदनशील और सामाजिक सरोकार रखने वाले साथियों से उनके इलाज को जारी रखने में मदद के लिए अपील करते हैं :

एक युवा राजनीतिक कार्यकर्ता के आपात चिकित्‍सा कोष के लिए अपील


मित्रो,
'आह्वान' टीम के सक्रिय सदस्‍य योगेश स्‍वामी (25 वर्ष) नौजवान भारत सभा, दिल्‍ली के कार्यकर्ता हैं। शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के 75वें हादत दिवस (23 मार्च, 2005 ) से भगतसिंह जन्‍मशताब्‍दी वर्ष के समापन (28 सितम्‍बर, २००8) के बीच के तीन वर्षों के दौर क्रान्तिकारियों के विचारों के व्‍यापक प्रचार-प्रसार और नई सामाजिक क्रान्ति के आह्वान के लिए चलाई जा रही 'स्‍मृति संकल्‍प यात्रा' में वह पूर्णकालिक तौर पर सक्रिय थे। इसी यात्रा के दौरान वह अपनी प्रचार टोली के साथ एक अभियान पर निकले हुए थे जब गत 19 जून की सुबह दिल्‍ली के वजीराबाद पुल के पास अन्‍धाधुन्‍ध रफ्तार से आती एक जीप ने उन्‍हें टक्‍कर मार दी। प्रचार टोली के दो साथी आशीष (इनके पैर और कमर में तीन फ्रैक्‍चर हैं) और योगेश कुमार भी गम्‍भीर रूप से ज़ख्‍मी हुए पर वे खतरे से बाहर हैं।


योगेश स्‍वामी को गम्‍भीर हालत में सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर लाया गया जहां बदइन्‍तज़ामी और लापरवाही के चलते कई घण्‍टे बाद पता चला कि उनके मस्तिष्‍क में गहरी चोट है और और तत्‍काल उनके मस्तिष्‍क का अत्‍यन्‍त जटिल आपरेशन करना पड़ेगा। उस के बाद उन्‍हें फौरन गंगाराम अस्‍पताल ले जाया गया जहां उनके मस्तिष्‍क के दो ऑपरेशन हो चुके हैं।
उन्‍हें होश आ चुका है और एक-दो दिन में उन्‍हें कुछ दिनों के लिए अस्‍पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। उनके सिर के दाहिनी ओर की पूरी हड्डी अभी निकली हुई है जिसे जोड़ने के लिए कुछ सप्‍ताह बाद एक और आपरेशन के लिए उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती होना होगा। उनके मस्तिष्‍क और शरीर को सामान्‍य स्थिति में लाने के लिए महीनों तक उन्‍हें विशेष देखभाल और इलाज की जरूरत होगी।
पिछले 6-7 वर्षों से योगेश सामाजिक-राजनीतिक कार्रवाइयों में सक्रिय रहे हैं। भूमण्‍डलीकरण-उदारीकरण की नीतियों के खिलाफ क्रान्तिकारी प्रचार अभियानों, दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय में छात्रों की समस्‍याओं को लेकर चलने वाले आन्‍दोलनों से लेकर नागरिक समस्‍याओं के समाधान के लिए या पुलिस दमन-उत्‍पीड़न के विरुद्ध चलने वाले आन्‍दोलनों में वे हमेशा अगली कतार में रहे हैं। मजदूर इलाकों में राजनीतिक प्रचार तथा सामाजिक सुधार के कामों से भी वे जुड़े हुए हैं। वे युवा सांस्‍कृतिक टोली 'विहान' के भी सक्रिय सदस्‍य हैं तथा छात्रों-युवाओं से जुड़े मसलों पर पत्र-पत्रिकाओं में लिखते रहे हैं। 'आह्वान' के पाठकों को पिछले अंकों में उनकी टिप्‍पणियों की याद होगी।
योगेश स्‍वामी के परिवार में सिर्फ उनके तीन भाई हैं और वे सभी नौजवान भारत सभा के समर्पित कार्यकर्ता हैं।
तरुणाई के दिनों से ही सा‍माजिक बदलाव के लक्ष्‍य के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले इस नौजवान की प्राणरक्षा के लिए जारी अपील पर देशभर से तत्‍काल बड़ी संख्‍या में लोगों ने प्रतिसाद दिया और उन सबसे मिले सहयोग की बदौलत ही योगेश का अब तक का इलाज जारी है। हम उन सबसे आभारी हैं। इसने हमारे इस विश्‍वास को मज़बूत बनाया है कि सामाजिक कार्यकर्ताओं के जीवन को मूल्‍यवान समझने वाले और गहन मानवीय सरोकार वाले लोगों की समाज में कमी नहीं है। छात्र-युवा कार्यकर्ताओं की टोलियां पारी बांधकर दिन-रात अस्‍पताल में योगेश की देखभाल में जुटी रही है।
हम कृतसंकल्‍प है कि चाहे जितने भी लम्‍बे इलाज और देखभाल की जरूरत हो हम इस नौजवान को सामान्‍य स्थिति में लायेंगे। पर हमें इसमें आपका भी सहयोग चाहिए। हम सामाजिक सरोकार रखने वाले सभी संवेदनशील, प्रबुद्ध नागरिकों, छात्रों, युवाओं, बुद्धिजीतियों से अधिकतम सम्‍भव आर्थिक मदद करने के लिए पुरजोर अपील कर रहे हैं। आप अपना सहयोग मनी आर्डर द्वारा या दिल्‍ली में देय चेक या ड्राफ्ट द्वारा 'जय पुष्‍प' के नाम से नीचे दिये गये 'स्‍मृति संकल्‍प यात्रा' के पते पर भेज सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए आप इन नम्‍बरों, ईमेल और पतों पर सम्‍पर्क कर सकते हैं :
अभिनव : 09213243755, शिवानी : 099110555017, सत्‍यम : 09312967616

ईमेल : ईमेलsmriti.sankalp@gmail.com" href="mailto: , abhinav_disha@rediffmail.com, satyamvarma@gmail.com
http://www.smritisankalp.blogspot.com/


ईमेल
smriti.sankalp@gmail.com" href="mailto:

1 Jul 2007

भगतसिंह ने कहा...

नौजवान भारत सभा, लाहौर का घोषणापत्र






इतालवी पुनरुत्थान के प्रसिद्ध विद्वान मैजिनी ने एक बार कहा था, ''सभी महान राष्ट्रीय आन्दोलनों का शुभारम्भ जनता के अविख्यात या अनजाने, गैरप्रभावशाली व्यक्तियों से होता है, जिनके पास समय और बाधाओं की परवाह न करने वाला विश्वास तथा इच्छा-शक्ति के अलावा और कुछ नहीं होता।'' जीवन की नौका को लंगर उठाने दो। उसे सागर की लहरों पर तैरने दो और फिर -




लंगर ठहरे हुए छिछले पानी में पड़ता है।


विस्‍‍तृत और आश्चर्यजनक सागर पर विश्वास करो जहां ज्वार हर समय ताजा रहता है


और शक्तिशाली धाराएं स्वतंत्र होती हैं -


वहां अनायास, ऐ नौजवान कोलम्बस


सत्य का तुम्हारा नया विश्‍व हो सकता है।